होली।
सपना ने आँखें मलते हुए बाहर देखा बच्चे गली में होली खेल रहे थे, इतनी सुबह….मन मे बुदबुदाई। मन तो
Read Moreअसलम ! असलम को जैसे ही खबर मिली कि सरहद पर दुश्मनों से लोहा लेते हुए उनके गांव का उसका
Read Moreं ममता यूं तो बीच वाले भाई की पत्नी थी पर जाने क्यों न तो उसे देवरानी से सम्मान मिलता
Read Moreये आशाओं का डेरा है… आशाएं यहां लुप्त होगी जिन्दगी वहाँ सुप्त होगी हर निशा के बाद सवेरा है और
Read Moreएक बड़ी सी गाड़ी गुब्बारे वाले के पास रुकी, छोटा अवि जिद्द करने लगा तो महेश ने साथ आए छोटू
Read Moreबहुत शोर है भीतर गहराई में मानो टकरा रहीं हो सभी ख़्वाहिशें आपस में मगर कुछ ख़्वाहिशें ये समझ गई हैं
Read Moreमीनू गोलु बंटी सुनो,पहले तोलो फिर बोलो। जब भी बोलो कभी,सदा सच ही तुम बोलो। सच की ताकत पहचानो,ये काम
Read More