मैंने कर लिया है तुम्हे ह्रदयंगम
तुम हो मेरे हमदम यदि तुम प्यार का सागर हो तो मैं हूँ प्रेम मे तुम्हारे उन्मत एक उदगम तुम
Read Moreतुम हो मेरे हमदम यदि तुम प्यार का सागर हो तो मैं हूँ प्रेम मे तुम्हारे उन्मत एक उदगम तुम
Read Moreह्रदय के प्यार के सागर की आखरी सतह से सुनहरे अक्षरों के तिनकों को चुनकर मैंने बनाया है शब्दों
Read Moreविरह की वेदना हुई ज्वलंत मन को भटकाने लो फिर से आ गया बसंत मौसम का राजा कहो या
Read Moreइंतज़ार में मौन इंतज़ार में मौन तडफता है कभी नसों में चीटीयाँ रेंगती सी लगती है घास के तिनके भी
Read Moreस्मरण तुम्हारा मुझे लगता है मधुर मेरे मनरूपी वृत्त का केंद्र बिंदु हो तुम तुम महा सागर हो तो मैं
Read Moreघर में झरोखे ,खिड़कियां निगरानी करते होंगें दरवाजे रोकते होंगें एक आदमकद आईने में उभर आया साया कफ़स में
Read Moreन जाने क्यों तुम हरदम रहते बेजुबान से हो अब तक न सुनी न कही गयी दास्तान से हो अफ़सोस
Read Moreतुम्हारी रगों में रक्त की तरह प्रवाहित होता रहता हूँ तुम्हारे मष्तिष्क में साये सा उपस्थित रहता हूँ मुझे
Read Moreतुम्हारी और मेरी कलम की स्याही तुम्हारी नर्म और मेरी सख्त उंगलियाँ तुम्हारे स्नेह और मेरे प्रेम से युक्त
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