क्षणिकायें
१-इंतज़ार हम रुके रहे तेरे इंतज़ार में सदियाँ बीत गयी पता ही नहीं चला २-हुस्न हुस्न पर इतना भी न
Read More१-इंतज़ार हम रुके रहे तेरे इंतज़ार में सदियाँ बीत गयी पता ही नहीं चला २-हुस्न हुस्न पर इतना भी न
Read Moreमै चुप हो जाता हूँ तुम सून हो जाती हो मै गीत गाता हूँ तुम मीठी धुन हो जाती हो
Read Moreतुम हो अजनबी मिला नहीं हूँ तुमसे कभी फिर भी लगाव सा हो गया है यही तो है जिंदगी पसंद
Read Moreमरने के बाद भी आता होगा गुस्सा मरने के बाद भी होती होगी सचमुच मे मरने की इच्छा बेटा बेटी
Read Moreदूर तुमसे मैं तो रह नहीं पाता बात तुमसे यह कह नहीं पाता बिखरा बिखरा सा अब रहता हूँ जुदाई
Read Moreअपनी अपनी देह कों छोड़ रहते मै और तुम एक दूसरे के मन मे हो आत्म -विभोर बीच मे अनाम
Read More१-दोस्ती धीरे धीरे गहरी होती है दोस्ती सीप के भीतर बरसों रहने के बाद ही एक बून्द बनती है मोती
Read Moreकभी नहीं मिलते ,कभी कभी मिलते रहे हो पर जुबाँ तुम अपनी, हरदम सिलके रहे हो प्यार के लिए
Read Moreमेरा नाम मेरी जाति ….मेरा धर्म लोगो की तरह मुझे पुकारते रहें … मै उन्हें छोड़ आया करोडो चेहेरों की
Read Moreधूप सा पढ़ता रहा ऑटो की तरह तुम आयी मैं ..धूप तुम उड़ते हुये समय को चुनरी सा जाते हुये
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