फूंक
”जीवन को केवल दो ही शब्द नष्ट करते हैं, अहम और वहम.” जैसे ही समीक्षा के पास यह संदेश आया,
Read Moreआप लोग जानते ही हैं, कि ‘सतरंगी समाचार कुञ्ज’ में सात रंगों के समाचार हम लिखते हैं, शेष रंगों के
Read Moreबात लगभग 50 साल पहले की है। मैं छोटी-सी बच्ची थी। मेरी एक सहेली ने हारमोनियम सीखने का मन बनाया।
Read More1.जो चढ़ समय के अश्व पर,साधे लक्ष्य लगाम, उसी की होती जीत है,उसी का होता नाम. 2.जिंदगी पल-पल ढलती है,
Read Moreवर्ल्ड एड्स डे रविवार 1 दिसंबर को मंजुला का मैसेज आया- ”दीदी, आपका बताया नुस्खा आजमाकर मुझे बहुत लाभ हुआ.
Read Moreदहले हुए दिल से, क्या लिखें और कैसे लिखें! लेखनी भी निःशब्द होकर सोच रही है, क्या लिखें और कैसे
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