विज्ञान-कविता – मिलता इनसे बहुत आराम
पैदल चलने में हुई मुश्किल, मैकमिलन ले आए साइकिल. दूर-दूर करने को सफर, मोटरकार ले पहुंचे डैम्बलर. लगी अभी भी
Read Moreपैदल चलने में हुई मुश्किल, मैकमिलन ले आए साइकिल. दूर-दूर करने को सफर, मोटरकार ले पहुंचे डैम्बलर. लगी अभी भी
Read Moreकविता रोको अन्याय के धारों को मत रोको इन बरसातों को दो भीगने तन-मन-प्राणों को माना कपड़े गीले होंगे
Read Moreसंगीत में वह कोमलता है, जो पत्थर को मोम बना दे, जो पर्वत को राई कर दे, चट्टानों को चूरा
Read Moreकुछ दिनों से रेडियो सुनने का मन नहीं करता लगने लगा है कि टेलिविज़न में भी कोई ढंग का कार्यक्रम
Read Moreगीत नए वर्ष का संदेशा नई उमंगें नई तरंगें, वर्ष नया ले आया है सभी सुखी हों सब सम्पन्न हों,
Read Moreरोज़ सुबह छोटू को गोद में उठाकर ग्राहकों को दूध देने जाना कमली का रोज़ का नियम था. हमेशा की
Read Moreनूतन वर्ष हो मंगलदाता, नूतन वर्ष हो शुभफलदाता, नया वर्ष हो सुख का साधन, नया वर्ष हो हर दुख-भाजन.
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