और ब्लॉक अनब्लॉक हो गया!
सुधा और सोमेश का आज फिर मिलन हो गया था. बीते कुछ दिनों की कड़वी-कसैली यादों को वे याद नहीं
Read Moreसुधा और सोमेश का आज फिर मिलन हो गया था. बीते कुछ दिनों की कड़वी-कसैली यादों को वे याद नहीं
Read Moreहम बचपन से ही एक पहेली सुनते आ रहे हैं- “घोड़ा अड़ा क्यों? प्याज सड़ा क्यों?” उत्तर है- फेरा न
Read Moreतेरी गोद से जन्म लिया मां, तूने ही हमें पाला है, मातृभूमि हम लाल हैं तेरे, हर लाल तुझे मां
Read Moreसाक्षर अक्षर लिख सकता है, हिसाब-किताब भी रख सकता है, वह खुद आगे बढ़कर सारे, जग को शिक्षित कर सकता
Read Moreगांव-गांव में, शहर-शहर में, साक्षरता की लहर चली, शिक्षा की सुरभित लहरों से, महक उठेगी गली-गली साक्षरता से सबके मन
Read Moreआओ मिलकर संधान करें, खुद अपना ही कल्याण करें- क्यों छात्र सुस्त है कुंठा से? क्यों दृष्टि है उसकी शंकालु?
Read Moreशिक्षक दिवस 5 सितंबर पर विशेष जब भी शिक्षक दिवस आता है, हमें अपने शिक्षकों की याद आती है,
Read Moreरुनक-झुनक नाचें गणपति लाला गौरां मैय्या खुश पिता शिव हैं निहाला 1.गणपति के सिर मुकुट सुहाना जो देखे हो जाए
Read Moreअभिनंदन हे गणपति देवा, मन-आसन तैयार, आके विराजो हे विघ्नविनाशक, प्राणों के आधार. प्रथमै पूजन होता तेरा, तीन लोक के
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