कविता मदन लाल 09/07/2021 चमकते हैं जैसे सितारे चमकते हैं जैसे सितारे – चाँद की चमक से नूर अैसा ही झलकता है – आप के चेहरे से कोई Read More
कविता मदन लाल 08/07/2021 कविता चराग़ उमीदों के नये – जला गाया कोई दिल में मिला तो नगी ख़ुद – लेकिन अहसास जगा गया दिल Read More
कविता मदन लाल 08/07/202108/07/2021 कविता काँटों से भरी शाखों पर – लगे फूलों को चूम लेती हैं तितलियाँ – और उनके पर नहीं छिलते बेवजह Read More