वो बरसात किस तरह भूलूँ
तुम्हारी ज़ुल्फ़ों की हंसी शाम मैं किस तरह भूलूँपहली नज़र ही आपकी उफ़ मैं किस तरह भूलूँ शौक था के
Read Moreतुम्हारी ज़ुल्फ़ों की हंसी शाम मैं किस तरह भूलूँपहली नज़र ही आपकी उफ़ मैं किस तरह भूलूँ शौक था के
Read Moreहसरतों के साहिल पे दिल को अपने यूँ बिछाया न करो,तितलियाँ मुहब्बत की मासूम होती हैं, उन्हें उड़ाया न करो,खुशबू
Read Moreतन्हाइयां सारी मेरे नाम , करके गया है वो ।लौटकर आएगा वादा , करके गया है वो ।मुझसे कहा के
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