लिखना छोड़ दिया
सपनो को बुनना छोड़ दिया। हाँ मैंने अब लिखना छोड़ दिया।। हर तरफ अब झूठ की मंडी लगी है।
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Read Moreराजू एक नवी कक्षा का छात्र है और अपने घर के पास ही एक सरकारी स्कूल में पढ़ता है। राजू
Read Moreपति के गुजर जाने के बाद भी कमला ने घर-घर काम करके और जीवन भर लोगों की बात सुनते हुए
Read Moreजिंदगी अब भी तेरे इम्तिहान बाकी है क्या ? *टूटे सपनो के साथ कैसे जीता है जीवन कोई,* मुझे देखने
Read Moreप्यारे दादू , प्यारे दादू , जरा मुझको ये समझाओ। क्यों करते है , गणपति पूजा मुझको ये बतलाओ।
Read Moreलॉक डाउन के समय में अपने बच्चों की पढ़ाई खराब होने का डर शर्मा जी को लगातार हो रहा
Read Moreबनकर नन्ना सिपाही, मैं देश के काम आऊँगा। दादा जी,मेरे प्यारे दादा जी मैं सीमा पर लड़ने जाऊँगा।। दुश्मन मचा
Read Moreपंडित हरि किशन जी घर-घर पूजा-पाठ कर अपने और अपने परिवार का लालन-पालन बड़ी मुश्किलों से कर पाते थे।कभी-कभी
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