पिता
अपनी आँखों से कभी पर्दे हटाकर देखना, पिता क्या है उनकी जगह आकर देखना। किया कुर्बान अपने शौकों को तेरे
Read Moreरिश्तों को मैंने कुछ यूँ बदलते देखा है, बारिश के वक्त में आग जलते देखा है। वक़्त रहते संभाला न
Read Moreबाकी मुर्गियां पिंजड़े में बंद कटने का इंतज़ार कर रहीं थीं। एक मुर्गी कट चुकी थी, पर पूरी तरह नहीं,
Read Moreआंकड़ो में रोज घटती जा रही है गरीबी, फाइलों में ही सिमटती जा रही है गरीबी। देखना है गांव की
Read Moreदूसरी दुनिया का चक्कर काट आयीं लड़कियाँ, समुन्दर की गहराइयों से पार पायीं लड़कियाँ। दुश्मनों की जरूरत है इन्हें अब
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