कैसे
बुझती हुई लौ को जलाएं कैसे मेरा दिल है साफ ये बताएं कैसे महफिल घूमती है उनके चारों तरफ हमें
Read Moreयादें जुड़ी है सरसों के खेत से उनके साथ मैं भी रहता बस अब महसूस करने जाता हूं सब कुछ
Read Moreतमाम उलझनों के बीच से बादल घिर कर आए हैं हम निकल पड़े हैं अपनी राह पर कुछ साथ अपने,
Read Moreस्कूल की तख्ती अर काली स्याही की दवात आखर था वो बैट-गिण्डी का खैलणा चलौ बताऊँ थामनै म्हारै बचपन
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