कविता
भावों को आकार देती कविता सच सामने लाती ,मन के भावों को लेखनी से लिखती,अलंकार की शोभा बढ़ाती नए आयाम
Read Moreनारी है नारायणी ,ममता की मूर्ति है|दुर्गा,लक्ष्मी का रूप,नारी शक्ति महान है| नारी तेरे रूप अनेक,दया,करुणा की खान है|घर में
Read Moreयहां झूठ का बोलबाला हैसच्चाई की होती हार हैमानवता जहां नष्ट होती हैयह कलयुग ही तो है रिश्तें का कोई
Read Moreइतना तू करना प्रभु,जब प्राण तन से निकलें,हर पल तेरा रूप हो,हर सांस पर तेरा नाम निकलें, सब मोह माया
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