मेरी लेखनी
मेरी लेखनी मेरा अभिमान,मैं करती इसका बहुत सम्मान, मन के भावों को लेखनी लिखती,सही गलत मतलब समझती, लेखनी हमेशा सत्य
Read Moreमेरी लेखनी मेरा अभिमान,मैं करती इसका बहुत सम्मान, मन के भावों को लेखनी लिखती,सही गलत मतलब समझती, लेखनी हमेशा सत्य
Read Moreजीवन में आगे चलते जाना हैराहों में तूफान बहुत आते हैउसने बचने का हुनर सीखना हैसफर पर हमेशा बढ़ते जाना
Read Moreपंच तत्व से बनी काया ,बड़े भाग्य से मानव तन पाया,प्रभु की कृपा से जीवन पायाजीवन तो सुख दुख की
Read Moreनारी है नारायणी ,ममता की मूर्ति है|दुर्गा,लक्ष्मी का रूप,नारी शक्ति महान है| नारी तेरे रूप अनेक,दया,करुणा की खान है|घर में
Read Moreयहां झूठ का बोलबाला हैसच्चाई की होती हार हैमानवता जहां नष्ट होती हैयह कलयुग ही तो है रिश्तें का कोई
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