कालजयी कबीर और बंकिम चन्द्र चैटर्जी को समर्पित अंतस् की अन्तर्राष्ट्रीय 47 वीं काव्य-गोष्ठी
कबिरा खड़ा बज़ार में, माँगे सबकी ख़ैर ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर……..घुमक्कड़ी भाषा के अलमस्त कालजयी कवि
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Read Moreअंतस् की 46 वीं गोष्ठी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हुई 29 मई 2023 की रात्रि 8 बजे से सवा दस
Read Moreमाँ-सम सुत को पालती, कृषि-कृषक उद्धार गौ माता अन्नपूर्णा, जीवन का आधार सूरज की है प्रतिनिधि, वसुओं को दे प्यार
Read Moreबेशक़ीमत था ख़ज़ाना, पास रखवाया ही क्यों अपने दुश्मन को ख़ुशी का राज़ बतलाया ही क्यों? मस’अला दिल का भी
Read Moreआजकल शनिचर और इतवारों को काव्य- गोष्ठियों का चलन-सा हो गया है! लेकिन ये काव्य-गोष्ठियाँ कम और “वीकेंड गेट टुगेदर”
Read Moreअंतस् का भव्य तृतीय वार्षिकोत्सव शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर 4 सितंबर 2022 को स्वामी विवेकानंद विद्यालय, राजेंद्र नगर,
Read More29 मई 2022 की शाम 5 बजे(भारतीय मानक समय) से 8 बजे तक पूरे जोश से अनवरत चली सतरंगी भावों
Read More24 अप्रैल को ऑनलाइन आयोजित अंतस् की 33 वीं काव्य गोष्ठी में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को उनकी पूण्य तिथि
Read Moreबिटिया ऑफ़िस के लिए निकल चुकी थी| पतिदेव भी नाश्ता कर चाय पी रहे थे| मैं अपने लिए हल्की सब्जी
Read More‘स्वर ज्ञान दे, लय ज्ञान दे/ हर छन्द का विज्ञान दे’ मनोहारी वागीश्वरी-वंदना के साथ अंतस् की इकत्तीसवीं काव्य-गोष्ठी का
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