अंतस् की 53 वीं काव्य गोष्ठी
कबीरा खड़ा बाज़ार में, माँगे सबकी ख़ैरना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैरचिर-परिचित, आज भी प्रासंगिक कबीर दास के
Read Moreकबीरा खड़ा बाज़ार में, माँगे सबकी ख़ैरना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैरचिर-परिचित, आज भी प्रासंगिक कबीर दास के
Read Moreवरिष्ठ साहित्यकार, सिद्धहस्त व्यंग्यकार डॉ हरीश नवल जी की अध्यक्षता में आयोजित ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, बिहार,
Read Moreनायाब मोती, कोहिनूर चुन-चुन के बुलाये गये। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अशोक मैत्रेय जी (हापुड़) की अध्यक्षता और सिद्ध-प्रसिद्ध ग़ज़लगो डॉ
Read Moreअंतस् की 50वीं काव्य-गोष्ठी 17 सितम्बर 23 को मशहूर और मारूफ़ शायर जनाब मासूम ग़ाज़ियाबादी जी की अध्यक्षता और अंतस्
Read Moreअंतस् की 49वीं काव्य-गोष्ठी 21 अगस्त 2023 को डॉ जय सिंह आर्य जी की अध्यक्षता, सहारनपुर के गीतकार नरेन्द्र मस्ताना
Read More‘पराधीन सपने सुख नाही’……….. ‘मानस’ में तुलसी ने जब माता सीता की परिस्थितियों का उल्लेख किया तो यह उनका साहित्य-कौशल
Read Moreकबिरा खड़ा बज़ार में, माँगे सबकी ख़ैर ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर……..घुमक्कड़ी भाषा के अलमस्त कालजयी कवि
Read Moreअंतस् की 46 वीं गोष्ठी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हुई 29 मई 2023 की रात्रि 8 बजे से सवा दस
Read Moreमाँ-सम सुत को पालती, कृषि-कृषक उद्धार गौ माता अन्नपूर्णा, जीवन का आधार सूरज की है प्रतिनिधि, वसुओं को दे प्यार
Read Moreबेशक़ीमत था ख़ज़ाना, पास रखवाया ही क्यों अपने दुश्मन को ख़ुशी का राज़ बतलाया ही क्यों? मस’अला दिल का भी
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