इच्छाएँ
मन अंतहीन इच्छाओं का जन्मदाता हैं । वह कभी कुछ,कभी कुछ चाहता ही रहता हैं पर सब कुछ मन मुताबिक
Read Moreहम देखते है कि रात भर के आराम की गहरी निद्रा के बाद ब्रह्म मुहूर्त में जब समय अंगड़ाइयां लेता
Read Moreहम हर वर्ष 28 फ़रवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाते है ।यह दिन हमारे जीवन में विज्ञान के प्रति चिन्तन
Read Moreचंदन की समुचित घिसाई,सुगंध के साथ उसकी शीतलता मे भी नये प्राण भर देती है। विषय, और वस्तु के त्याग
Read Moreतृष्णा की आग लगी है तो तपन रहेगी ही रहेगी । वह ढ़लान की दिशा मे जल की धार बहेगी
Read Moreकहते है कि जब मन में किसी बात को लेकर दुःख, तनाव आदि आता है तो हमारे धैर्य की परीक्षा
Read Moreजानने और मानने में जैसे अंतर है,वैसे ही हम कैसे हैं और कैसे दिखाने की कोशिश करते हैं,में अंतर है,लेकिन
Read Moreसमय के अनुसार उपयोगिता के अनुरूप हर वस्तु का उपयोग अवश्यंभावी हो जाता है लेकिन अति हर चीज की बुरी
Read Moreशब्दों की शक्ति इतनी अधिक होती है कि उसकी सीमा का हम सही से आँकलन भी नहीं कर सकते है
Read More