दुःख होता है—–
दुःख होता है—— बचपन की यादें जब धूमिल होती हैं, हुई पराई वो टोली जो साथ चली थी। छूट गई
Read Moreदुःख होता है—— बचपन की यादें जब धूमिल होती हैं, हुई पराई वो टोली जो साथ चली थी। छूट गई
Read Moreझुकना नहीं गँवारा है, शिर कटता है तो कट जाए। देश बचाने में चाहे, तन छूटता है तो छूट जाए।।
Read Moreकुछ दिन से ये क्या हो रहा, मौंतो पर कविता गढ रहा। कहे प्रदीप क्या माजरा, लाशों
Read Moreरो-रो कर फरियाद लगाये, जांबाज मंदीप की संगिनी। अंग-भंग शव देखो मोदी, माँग मेरी फिर देखिए सूनी।। जिल्लत
Read Moreपूछ रहा घनश्याम का गाँव, मोदी लाश बिछेगी कब तक, क्यों न इतने गोले बरसाओ, राख बने सारे आतंक, पाक
Read Moreनदियाँ करती कलरव, पंक्षी का गुंजार रहा।। नीली चादर से देखो, ढ़का सारा आसमान रहा।। पीली सरसों की फूलों से,
Read Moreजहाँ देख पिया अधरो में कम्पन, सीने में लोलुपता होती। प्रेम मधू की प्यास में गोरी अचेतन सी होती है।
Read Moreभारत मां के पूत पियारो मां ये तुमसे कहती है राक्षस करते तांडव मुझ पर जिससे नस-नस दुखती है भानु
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