विडंबना
विडंबना इस समाज की,सुदूर और आस पास की ब्याही जाती हैं लड़कियां यहां सरकारी नौकरी से, लम्बे चौड़े बिजनेस से,प्रॉपर्टी
Read Moreहाेली आ रही है । लेकिन उत्साह उमंग का दूर दूर तक नामो निशान नहीं है। किसी को भी लग
Read Moreप्यास तो थी मीठी दरिया की पर खारा आंसू पी लेते हैंकठिन बहुत है जीना तुम बिन फिर भी जैसे
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