खयालों के हुजूम
रहते हैं खयालों के , हुजूम आस पास। फिर भी ये जिंदगी है ,न जाने क्यूं उदास। ख़्वाहिश के परिंदे
Read Moreरहते हैं खयालों के , हुजूम आस पास। फिर भी ये जिंदगी है ,न जाने क्यूं उदास। ख़्वाहिश के परिंदे
Read Moreमिला सुर हमारा तुम्हारे हृदय से सभी साज बजने लगे अपनी लय से हुआ पल में वातावरण संदली ये स्पर्श
Read Moreफिर वही हम वही तनहाईयां है फिर वही आलम ए ख़ामोशियां हैं तीरगी फिर वही शब ए ग़म की गुमशुदा
Read Moreस्वप्न में भी तू न रोना तू शहीद की है मां हौसला सबका बढ़ाना तू शहीद की है मां न
Read Moreघुला मौसम-ए-रंग बसंती बसंती, उसपे हवाओं की ये शोख मस्ती, खुदा की कसम ये हसीं यूं न होती, अगर इसमें
Read Moreउनकी आंखो में छलकता हुआ पैमाना है बाख़ुदा दिल भी उसी मय का तो दीवाना है यूं तो रहते हैं
Read Moreरहते हैं खयालों के, हुजूम आस पास फिर भी ये जिंदगी है, न जाने क्यूं उदास ख़्वाहिश के परिंदे हैं,
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