दहन
मारा था युगों पहले पर कहां मरण होता है सालों साल जलाते पर कहां दहन होता है अब भी तो
Read Moreराहों में जिंदगी के ,यूं गुज़ारी जिंदगी। कभी अज़नबी लगे,पर है हमारी जिंदगी। मीलों में ये फैली है,जमीं से सितारों
Read Moreऐ जिंदगी कुछ यूं गुज़र के खुद को और तराश दे है दर्द से भीगी हुई कोई सायबान तलाश दे।
Read Moreरहता है सबके मन में, ये आस का पंछी। उड़ता खुले गगन में ये आस का पंछी। जितनी बड़ी तमन्ना,
Read Moreदिल ने जब भी, तेरे आने की ख़बर पाई है। धड़कनों में भी, कोई बर्क़ सी लहराई है। है तबस्सुम
Read Moreदुनियाँ के सफ़र में है हयात मुसाफ़िर भटक रही यहां पर है किसकी खातिर एक राह है आने की जाने
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