हिन्दी से प्रीत लिखें
देवनागिरी लिपि हमारी, सुंदर सुरभित गीत लिखें । मातृभूमि शृंगार है हिन्दी, हम हिंदी में जीत लिखें ।। अलख जगादें
Read Moreदेवनागिरी लिपि हमारी, सुंदर सुरभित गीत लिखें । मातृभूमि शृंगार है हिन्दी, हम हिंदी में जीत लिखें ।। अलख जगादें
Read Moreभारत माँ की करो आरती । सुंदर पावन धरा भारती ।। प्राची में फैले जब कुंकुम । शीश नवाये दिनकर
Read Moreमुस्कुराती सुबह, खिलखिलाती दुपहरी, सुरभित शाम,! वक्त लिख जाता, जब तुम्हारा नाम !! व्यस्ततम क्षण भी बढ़ाते हैं , यादों
Read Moreजागती ही रही ,रात मद से भरी मन की कोकिल, विरह राग गाती रही। तुम न थे, पर चकोरी भरी
Read Moreसुनहले, रंगीले, सजीले ,छबीले ! मधुर भाव मनके , भावना से गीले ! सुधि सुगन्ध सुरभित हुई मन गलियां । रंग सराबोर स्वप्न सहज
Read Moreमैं प्रीत हूँ स्निग्ध प्रकृति युवा दिलों में धड़कती सदियों से महकती तरुणाई को सौन्दर्य के रँग देती प्रेम गीतों
Read Moreबदली के स्याह काले रेशमी बालों ने चाँद को ढँक लिया महक महक गया चाँद आज बहुत करीब था बैचेन
Read More