जब हार जाओ
जीवन में कभी थक जाओ हार जाओ, तो चुपचाप बैठ जाना । लोग बोलते हैं तो बोलते देना, लोग सोचते
Read Moreजीवन में कभी थक जाओ हार जाओ, तो चुपचाप बैठ जाना । लोग बोलते हैं तो बोलते देना, लोग सोचते
Read Moreसुनो ! मैं फिर से लौट कर आऊंगा, मिट्टी नहीं हूं जो उड़ गया। तूफ़ान हूं फिर से थरथराता आऊंगा।
Read Moreन जाने क्यों खो सा गया है कही मेरा मन। न जाने क्यों मिट्टी सा हो गया है मेरा तन।
Read Moreजीवन व्याधियों मुझे काट खाने को दौड़ती रहे मैं फिर भी तुम में लीन रहूं। सुख की अनुभूतियां मुझे हर
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