दोहे- नव-वर्ष
नया वर्ष आ रहा है नव उमंग के साथ। खुशी मनाने के लिए बने रहे एक साथ॥१॥ •••••••• नव वर्ष
Read Moreनया वर्ष आ रहा है नव उमंग के साथ। खुशी मनाने के लिए बने रहे एक साथ॥१॥ •••••••• नव वर्ष
Read Moreकिसी समय दे गई एहसास अपनत्व का। • कई नजरों से फिसलती हुई मेरी नजर। • एक जगह चेहरे पर
Read Moreजिन्दगी का यह, कैसा खेल कभी खुशी रहती है कभी आता है गम अन्तर्मन में अन्तर्द्वन्द्व दे जाता है, एक
Read Moreबदला-बदला सा दिख रहा है सबकुछ, जो कभी करीब रहा करता था, भाई बनकर, वो भी चचेरा भाई सगा भाई
Read Moreमुझे हँसना है दुनिया में तुम रुलाने आ जाते हो क्यों? सपनों में बेवजह तुम याद दिलाने आ जाते हो
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