गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 21/10/202321/10/2023 ग़ज़ल सजा दरबार मैया का, बहुत अच्छे नज़ारे हैंभरे पंडाल अब देखो, खड़े आ भक्त सारे हैं झुका है शीश चरणों Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 21/10/202321/10/2023 ग़ज़ल आज देखो देश में क्या हो रहा हैबीज हर कोई बैर के ही बो रहा है आज ताक़त हमारी तुम Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 20/09/202320/09/2023 ग़ज़ल क्या तुझे भी मुझी से बता इश्क़ हैहर किसी को मिले जो मज़ा इश्क़ है प्यार हो देख दोनों तरफ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 14/09/202314/09/2023 ग़ज़ल आज कोई नहीं नज़र आयेअब मुसाफ़िर नहीं नज़र आये प्यार ने मोह ही लिया अब तोआज दीवानगी नज़र आये प्यार Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 06/09/202306/09/2023 ग़ज़ल समझ मेरी मुश्किलों को रज़ा देते तो अच्छा थामिरे ज़ख़्मों पे मरहम तुम लगा देते तो अच्छा था बड़े खुद्दार Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 25/08/202325/08/2023 ग़ज़ल हम सभी गढ़ते सुनो तो नव कहानी आज फिरजीत हासिल की सभी पर ये सुहानी आज फिर था प्रयासों का Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 18/08/202318/08/2023 ग़ज़ल आज अरि को देख सीमा से भगा कर सो गयेमेंढ़ पर वे सब अभी काँटे उगा कर सो गये वो Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 28/07/202328/07/2023 ग़ज़ल आज ग़म से उबर गये होतेजो चले उस डगर गये होते वो उठा कर नज़र चले जातेप्यार के हो असर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 28/07/202328/07/2023 ग़ज़ल पहाड़ से गिर झरने हज़ार मिलते हैंजो हो नज़र तो नज़ारे हज़ार मिलते हैं गरीब तो रहते हाथ को पसारे Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 16/07/202316/07/2023 ग़ज़ल देख लंबे सफ़र नहीं होतेदूर हम तो मगर नहीं होते थी मुहब्बत चले इसी ख़ातिरहम चले इस डगर नहीं होते Read More