गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 04/02/202404/02/2024 ग़ज़ल घर का मेरे अभी तक मंजर नहीं देखाअब चले आओ तुमने मेरा घर नहीं देखा प्यार करते हैं तुम्हें देखो Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 22/01/202422/01/2024 ग़ज़ल देश सेवा की ये खुमारी है …..बढ़ चलें बात ये सुधारी है ….. आज़मा है लिया सभी को ही …..आ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 18/12/202318/12/2023 ग़ज़ल यह किस्मत फूल की है संग उसके ख़ार हुआतोड़े उसे कोई तो दामन तार – तार हुआ ख़ार बन कर Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 19/11/202319/11/2023 ग़ज़ल उदासी क्यों रही छायी बता क्या हैतन्हा ही दिल रहे अब तो ख़ता क्या है बताते क्यों नहीं हमको कहाँ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 03/11/202303/11/2023 ग़ज़ल ठोकरें मिलती रहीं हर बार मुझकोपर नहीं मंज़ूर हार मुझको सोच हमने ही लिया जाएँ वहाँ हमचाहिए ही तो नहीं Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 03/11/202303/11/2023 ग़ज़ल याद है हर बात मुझको आज तक उस शाम कीतुम दिलाते ही रहे थे याद मुझको नाम की एक दिन Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 21/10/202321/10/2023 ग़ज़ल सजा दरबार मैया का, बहुत अच्छे नज़ारे हैंभरे पंडाल अब देखो, खड़े आ भक्त सारे हैं झुका है शीश चरणों Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 21/10/202321/10/2023 ग़ज़ल आज देखो देश में क्या हो रहा हैबीज हर कोई बैर के ही बो रहा है आज ताक़त हमारी तुम Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 20/09/202320/09/2023 ग़ज़ल क्या तुझे भी मुझी से बता इश्क़ हैहर किसी को मिले जो मज़ा इश्क़ है प्यार हो देख दोनों तरफ Read More
गीतिका/ग़ज़ल *रवि रश्मि 'अनुभूति' 14/09/202314/09/2023 ग़ज़ल आज कोई नहीं नज़र आयेअब मुसाफ़िर नहीं नज़र आये प्यार ने मोह ही लिया अब तोआज दीवानगी नज़र आये प्यार Read More