गीतिका/ग़ज़ल समीर द्विवेदी नितान्त 20/08/2022 ग़ज़ल कैसे सीखें दुनियादारी । सीख नहीं पाए होशियारी।। मतलब छूटा रिश्ते छूटे यानी अब मतलब की यारी ।। खाली पेट Read More
समाचार समीर द्विवेदी नितान्त 16/08/2022 कवि सम्मेलन 75अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में स्वतन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या पर जलालपुर सरबन में विराट कवि सम्मेलन और मुशायरा का Read More
गीतिका/ग़ज़ल समीर द्विवेदी नितान्त 18/07/2022 ग़ज़ल अपनी सामर्थ्य से अधिक ऊपर ।। खर्च मत करना कर्ज ले ले कर ।। सच कहा है किसी ने सहमत Read More
गीतिका/ग़ज़ल समीर द्विवेदी नितान्त 07/06/2022 गज़ल तेरी चौखट पे सब भुला बैठे ।। माँगना क्या था माँग क्या बैठे ।। हम बुज़ुर्गों के पास क्या बैठे Read More
गीतिका/ग़ज़ल समीर द्विवेदी नितान्त 22/04/2022 गज़ल पहले वैल्यू पैदा कर । फिर तू अपनी चर्चा कर ।। हैं सारी खुशियाँ इनसे । अपनो को मत Read More
मुक्तक/दोहा समीर द्विवेदी नितान्त 02/03/2022 दोहे होली में मिलकर गले , मेंटें सभी मलाल । प्रेम मार्ग पर पग रखें, लेकर रंग गुलाल ।। प्रीत का Read More
गीतिका/ग़ज़ल समीर द्विवेदी नितान्त 20/01/2022 ग़ज़ल सोंचते क्या हो बढ़ के वार करो , दिल की नफरत का तुम शिकार करो । सोंचना अपना औ पराया Read More
गीतिका/ग़ज़ल समीर द्विवेदी नितान्त 14/01/2022 ग़ज़ल देखने में इस कदर खुश शक्ल ये तूफान है ।। नफरतों के फूल लेकर झूमता इन्सान है ।। आप हैं Read More
गीतिका/ग़ज़ल समीर द्विवेदी नितान्त 07/12/2021 ग़ज़ल .आदत ये पुरानी है कमजर्फ जमाने की ।। करता है सदा कोशिश उठते को गिराने की ।। डरते हैं उतरने Read More
गीतिका/ग़ज़ल समीर द्विवेदी नितान्त 24/11/2021 ग़ज़ल हर एक शख्स ही तनहा दिखाई देता है ।। कभी डरा कभी सहमा दिखाई देता है ।। यही खयाल ही Read More