कविता : कभी कोई शब्द
कभी कोई शब्द , मिलते हैं यूँ अचानक कभी कोई राह , दिखती है यूँ अचानक फिर कोई मौन पुकारता
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Read Moreबालश्रम या बाल मजदूरी एक सामाजिक बुराई है , जो आज की भयंकर त्रासदी बनते जा रही है | इससे बच्चों
Read Moreएक भावना दिल की मचल कर लगे कहने मुझ पर कविता लिखो…. कुछ ख्वाब अधूरे से टूट कर लगे कहने
Read Moreधूप शीतल हो तो, कैसा हो…. मन निर्मल हो तो , कैसा हो …. मेरे हर भावनाओं में तुम और
Read Moreनिः शब्द शांत मन में मचल रहा है प्रेम तुम्हारा अपार, सांसों का हर लम्हा कर रहा प्रियतम का इंतजार
Read More(१) हर बार खुशियों के दरवाजों से लौट आती हूँ मैं और सपनों को टूटते हुए देखकर दुःख जाती हूँ
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