कविता : बात नहीं होती
रंगो की कोई जात नहीं होती भाई – चारे के देश में दुश्मनी की बात नहीं होती ये खेल है
Read Moreरंगो की कोई जात नहीं होती भाई – चारे के देश में दुश्मनी की बात नहीं होती ये खेल है
Read Moreनन्ही हथेली में पकड़ना चाहती है चाँद को । जिद्दी करके पाना चाहती है चाँद को । छुप जाता
Read Moreकोहरे मे लिपटे वृक्ष /पहाड़ कितने हसीं लगते है जेसे प्रकृति ने चादर ओढ़ली हो सुबह की ठण्ड से
Read Moreजब योवन पर आती नदियाँ मछलियाँ तब नदी के प्रवाह के विपरीत प्रवाह पर तेरती छोटी -छोटी धाराओं पर
Read Moreधमाकों की गूंज से पीड़ित शांति के कई दूत (कपोत ) अपने बच्चों को छुपा रहे अपने पंखों से सोच
Read Moreअमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की जन्मस्थली भाभरा को चंद्रशेखर आजाद नगर घोषित किये जाने पर समर्पित कविता- शहीदों की क़ुरबानी
Read Moreमेरे वतन के लोगो वतन के लोगो वतन को ,आतंक बचालो आतंक के कहर को मिलकर वतन से निकालो सोने
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