तुम बिन हमने गान न गाए
तुमने जीना सिखलाया था, तुम बिन जीना सीख न पाए। कविता अब लिखते हैं केवल, तुम बिन हमने गान न
Read Moreतुमने जीना सिखलाया था, तुम बिन जीना सीख न पाए। कविता अब लिखते हैं केवल, तुम बिन हमने गान न
Read Moreकुछ पल का ठहराव ये पथ में, ठहरो, पर, ये, धाम नहीं है। जीवन सरिता बहती प्रतिपल, रूकने का कोई
Read Moreप्रेम नहीं है कोई सौदा, बदले में कोई आश नहीं है। प्रेम है सबसे अच्छी पूजा, और कोई अरदास नहीं
Read Moreतुमसे जीना सीखा हमने, तुम बिन जीवन मान न पाए।्र लिखना-पढ़ना ही आता था, तुमने जीवन गान सिखाए।। तुम बिन
Read Moreनहीं कोई है, संगी-साथी, नहीं किसी से यारी है। जहाँ जरूरत, वह खुबसूरत, जाने की तैयारी है।। जहाँ भेज दें,
Read Moreटारगेट जब तनाव देत हैं, कर्म न हम कर पाते हैं। योजना, कर्म, संतुष्टि के बिन, असमय ही मर जाते
Read Moreब्रह्माणी सृजन करती हो, जीवन की तुम ही बूटी हो। माँ, बहन, पत्नी, प्रेमिका, हर रूप में सदैव अनूठी हो।।
Read More१. पत्नी जब माता बने, मां का देते मान। पत्नी की ही शान है, मातृ दिवस बस गान।। 2. फोटो
Read Moreपल में तोला, पल में माशा, पल में मन बन जाता है। पल में बोला, पल में खोला, पल में
Read Moreजीवन का कोई नहीं ठिकाना, कैसे जीवन साथ चले? जीवन साथी नहीं है कोई, आओ कुछ पग साथ चलें॥ चन्द
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