जब स्वयं के अवगुणो पर ध्यान धरना आ गया
जब स्वयं के अवगुणो पर ध्यान धरना आ गया दूसरों की बात का सम्मान करना आ गया गरदिशों के दौर
Read Moreजब स्वयं के अवगुणो पर ध्यान धरना आ गया दूसरों की बात का सम्मान करना आ गया गरदिशों के दौर
Read Moreकिये वादे हमेशा लोग करके भूल जाते हैं बहुत मसरूफियत है लोग सजदे भूल जाते हैं मिला है जख्म जिसको
Read Moreजो बिताया फ़जूल में हिसाब माँगेगा वक्त हर हाल एक दिन जवाब माँगेगा इस जमानें को सिर्फ ख़ार ही दिये
Read Moreदर्दे दिल की दवा करे कोई अब खुशी की दुआ करे कोई जो गरीबों को रोटियाँ दे दे काश वो
Read Moreढलेगी जीत में ये हार इक दिन गिरेगी राह की दीवार इक दिन चलेगा नाम का सिक्का हमारा झुकेगा सामने
Read Moreखेल जो चल रहा मुहब्बत का ये नया ढंग है अदावत का हर किसी ने नकाब ओढा है झूठ पर
Read Moreभले कुछ कह रहे हो तुम सियासत और ही कुछ है तुम्हारी हर हकीकत की हकीकत और ही कुछ है
Read Moreदुनिया से अँधियार मिटाना, हम सब की जिम्मेदारी है। संस्कारों के दीप जलाना, हम सब की जिम्मेदारी है।। सर्दी गर्मी
Read Moreसच की सब बेलें मुरझाई देखो झूठ फला है। तथाकथित अपनों ने ही अपनो को ही खूब छला है।। हर
Read More