आँख फेरो सर झुकाओ चुप रहो
आँख फेरो सर झुकाओ चुप रहो आह को दिल में दबाओ चुप रहो झूठ के बाज़ार में सच बोलकर भेंट
Read Moreआँख फेरो सर झुकाओ चुप रहो आह को दिल में दबाओ चुप रहो झूठ के बाज़ार में सच बोलकर भेंट
Read Moreरगडे झगडे खीचातानी मारा मारी काए कू कर रक्खा है अपने ऊपर शैतां भारी काए कू दो गज कपड़ा नौ
Read Moreचुलबुली नमकीन सी तक़रार अब है ही कहाँ दिल जला है आदमी दिलदार अब है ही कहाँ दर्द लेकर सौंपता
Read Moreमज़हबी सिद्धांत की प्रचलित प्रथाओं के उलट चल पड़े किन रास्तों पर हम दिशाओं के उलट हर तरफ़ उन्माद हर
Read Moreआग चूल्हों से निकलकर लग रही बाज़ार में क्या गज़ब है ये ख़बर है ही नही अख़बार में बेईमानी की
Read Moreवैसे तो आए आमंत्रण को ठुकराना ठीक नही किन्तु जहाँ सम्मान नही हो उस दर जाना ठीक नही माना अभिवादन
Read Moreसच का रस्ता छोड़ोगे तो क्या होगा मालूम भी है अपने पथ से भटकोगे तो क्या होगा मालूम भी है
Read Moreउनके जैसे ही कस्में खाकर रख दो तुम भी सब इल्ज़ाम हमारे सर रख दो हँस कर हाथ मिलाओ मेरे
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