क्या जघन्य अपराधियों की न सुनी जाये पैरोल की अर्ज़ी?
कैदियों की समय से पहले रिहाई से समाज को ख़तरा हो सकता है, खासकर तब जब वे बार-बार अपराध करते
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Read Moreघरेलू मेडिकल संस्थानों में उपलब्ध कुछ सीटों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा और इस तथ्य के कारण कि कुछ देश बहुत
Read Moreबिखर रहे चूल्हे सभी, सिमटे आँगन रोज।नई सदी ये कर रही, जाने कैसी खोज॥ दादा-दादी सब गए, बिखर गया संसार।चाचा,
Read Moreसंयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच बदलती गतिशीलता का इक्कीसवीं सदी में दुनिया के संगठित होने के तरीके पर
Read Moreवैलेंटाइन का चढ़ा, ये कैसा उन्माद।फौजी मरता देश पर, कौन करे अब याद।। सौरभ उनको भेंट हो, वैलेंटाइन आज।सरहद पर
Read Moreभारत में, हाल ही में धोखाधड़ी करने वाली ट्रैवल एजेंसियों में उछाल आया है जो अयोग्य व्यक्तियों को विदेश भेजने
Read Moreउनकी कर तू साधना, अर्पण कर मन-फूल।खड़े रहे जो साथ जब, समय रहा प्रतिकूल॥ जंगल रोया फूटकर, देख जड़ों में
Read Moreअगर राजनीतिक दल युवाओं को राजनीति में शामिल करने के बारे में गंभीर हैं तो उन्हें कई तरह के कदम
Read Moreघरेलू काम को सामाजिक रूप से महत्त्व दिया जाए और उचित पारिश्रमिक दिया जाए, कानून में सम्मानजनक कार्य स्थितियों की
Read Moreआ गया ऋतुराज बसंत।प्रकृति ने ली अंगड़ाई,खिल गया दिग दिगंत।। भाव नए जन्मे मन में,उल्लास भरा जीवन में।प्रकृति में नव
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