चिलक
“ये कैसा संकल्प ले रहे हो रघुवीर बेटा ! गंगाजल अंजुली में भर इस तरह संकल्प का मतलब भी पता
Read More“घर-परिवार -समाज सब भूल नेट में खोयी रहती हो। ये कैसा नशा पाल लिया रितु? मैं कहता रहता हूँ ,
Read Moreलड़की ! निष्कपट-निष्कलंक थी गन्दी लड़की! हाँ बदनाम कर दी गयी थी! इसी नाम से गाँव के ही काका ताऊओ
Read Moreहमें हैरान-परेशान देख एक व्यक्ति ने हमसे पूछा क्या खोज रही है आप हमने कहा ही था कि इंसानियत वह
Read Moreचित भी उसकी पट भी उसकी हमारा क्या था कुछ भी तो नहीं वह जिधर कहता उधर चल पड़ते जिधर
Read More” ‘ कौन है रे तू ‘ //ये राजपथ है ऐसे कैसे मुहं ढके चली आ रही है | “
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