कविता
मुझे तो उससे बेइन्तहा प्यार था, उसकी हर बात में हमें एतबार था। हर पल उसके बारे में सोचती थी।
Read Moreहंसते रहे जमाने को दिखाने के लिए। मेरे आंसू थे अकेले में बहाने के लिए। दुख छिपाने के खातिर हंसते
Read Moreबेटों का संघर्ष किसी ,से कम नहीं होता।बचपन से बताया जाता,लड़का होना आसान नहीं होता।पढाई के लिए छोड़ना,पड़ता है अपना
Read Moreसच मानों तो दिल की बातें, और किसी को न बताना। जख्म चाहे हो जितने गहरे, दिल खोलकर न दिखाना।
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