लघुकथा – मुआवजा
बोधनराम को सौ चक्कर लगाने के बाद आखिर आज पचास हजार रुपये का मुआवजा
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Read Moreटी.व्ही. पर एक नामचीन ब्रांड के नमक का विज्ञापन आ रहा था। कोई एक्टर कह रहा था,”आयोडीन, विटामिन्स और मिनरल्स
Read Moreस्कूल टाइम में गुड्डी को घर पर देख कर भाभी चौंक पड़ीं ।उन्होंने कलेंडर पर नजर डालते हुए पूछा,”गुड्डी ,आज
Read Moreआज राधा बहुत खुश थी। वर्षो पुराना उसका स्वप्न आज साकार हो गया था। वह बहुत गर्व महसूस कर रही
Read Moreकोरोना महामारी के चलते टी.वही.पर रामायण और महाभारत का प्रसारण हो रहा था। वर्मा जी का पूरा परिवार अभी कई
Read More“सब्जी ले लो सब्जी,।” इस कोरोना संकट में भी अपनी जान जोखिम में डाल कर सब्जी वाला गली मोहल्लों में
Read Moreमिसेज भारती और उनका आठ साल का बेटा पिछले एक सप्ताह से लॉक डाउन के चलते घर पर बन्द थे।
Read More“मैडम जी नमस्कार! क्या हाल है?सब ठीक है न? अच्छा आपके बेरोजगार बेटे के लिए एक बढ़िया
Read Moreआज फिर सोमेश बाबूजी डाक घर के सामने उदास बैठे दिखे। डाक बाबू ने उन्हें अंदर बुलाया और कहा,”बाबूजी, आप
Read Moreमोहनी के घर श्राद्ध पक्ष की तैयारियां चल रही थी। जेठ -जेठानी, देवर -देवरानी सभी अम्मा -बाबूजी की पसंद नापसन्द
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