मुक्तिधाम-जीवन का सत्य
जीवन का तो अंत सुनिश्चित,मुक्तिधाम यह कहता है। जीवन तो बस चार दिनों का,नाम ही बाक़ी रहता है।। रीति,नीति से
Read Moreजीवन का तो अंत सुनिश्चित,मुक्तिधाम यह कहता है। जीवन तो बस चार दिनों का,नाम ही बाक़ी रहता है।। रीति,नीति से
Read Moreमंडला–कहते हैं कि आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है।उसी मान्यता के अनुसार जब कोविड (कोरोना) के कारण सारे देश में
Read Moreमानवता को जब मानोगे,तब जीने का मान है। जात-पात का भेद नहीं हो, मिलता तब यशगान है।। भेदभाव में क्या
Read Moreमंडला –प्राचार्य कवि-लेखक/शिक्षाविद् अनेक पुस्तकों के सृजक साहित्य अकादमी मप्र के राष्ट्रीय अवार्ड से पुरस्कृत प्रो (डॉ) शरद नारायण खरे
Read Moreनया हौसला धारकर, कर लें नया धमाल। अभिनंदित करना हमें, सचमुच में नव काल।। नवल चेतना संग ले, करें अग्र
Read Moreनया काल है,नया साल है,गीत नया हम गाएँगे। करना है कुछ नवल-प्रबल अब,मंज़िल को हम पाएँगे।। बीत गया जो,उसे भुलाकर,
Read Moreमंडला-विगत दिनों मंथन श्री मंडला, अखिल भारतीय हिंदी सेवा समिति एवं म प्र राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के संयुक्त तत्वाधान में
Read Moreसाहित्यसाधक प्रो(डॉ)शरद नारायण खरे सम्मानित मंडला –इतिहासकार,साहित्यकार व शासकीय जेएमसी महिला महाविद्यालय मंडला मप्र के प्राचार्य दीर्घकालिक अक्षर साधक,अनेक कृतियों
Read Moreनारी नित मुश्किल से लड़ती, संघर्षी है नारी जीवन। देकर घर भर को उजियारा,पर दुख पाता नारी जीवन ।। कर्म
Read Moreसाहस को यदि पंख लगाओ,तो मिट जाये उलझन। असफलता मिट जाये सारी,भरे हर्ष से जीवन।। बने हौसला गति का वाहक,
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