डाॅग फिलाॅसफी
कभी-कभी मैं सोचता हूँ इस देश में ‘डाॅग’ नहीं होते तो धनपतियों का क्या होता? दुनिया को कैसे पता चलता
Read Moreकभी-कभी मैं सोचता हूँ इस देश में ‘डाॅग’ नहीं होते तो धनपतियों का क्या होता? दुनिया को कैसे पता चलता
Read Moreआज़ाद भारत की उम्र जैसे-जैसे बढ़ रही है वैसे-वैसे वह पिछड़ता जा रहा है। कभी-कभी तो लगता है कि इतना
Read Moreभारत, संसार का एकमात्र शांति उत्पादक देश है। भगवान गौतम बुद्ध तथा भगवान महावीर ने शताब्दियों पूर्व इस अति सूक्ष्म
Read Moreत्याग मत गांडीव, अब संग्राम की बेला है आयी। देख तेरे सामने फिर काल ने मोहरे सजाए चक्रव्यूह ऐसा न
Read Moreजहाँ तक मेरी याददाश्त का प्रश्न है, पह शुरू से ही वह भारतीय नारी की तरह अबला रही है। किन्तु
Read Moreआज़ाद भारत की उम्र जैसे-जैसे बढ़ रही है वैसे-वैसे वह पिछड़ता जा रहा है। कभी-कभी तो लगता है कि इतना
Read Moreकर रहे हैं नमन उन शहीदों को हम जो समर मे अमर हो गये थे कभी हम रहें न रहें
Read Moreप्रायः रात्रि में अर्द्ध चंद्र के पास एक तारा दिखाई देता है। इस गीत में उस चंद्रमा को एक प्रेमी
Read More