गज़ल – उम्मीद अच्छी खबर की
सतानें लगी है चिंता अब घर की। आती हर रोज बुरी खबर उधर की। उतरता है ख़ंजर मासूम के दिल
Read Moreसतानें लगी है चिंता अब घर की। आती हर रोज बुरी खबर उधर की। उतरता है ख़ंजर मासूम के दिल
Read Moreहवसी तेरे हवस ने की बरबाद जिंदगी। हँसती हँसती उजाड़ दीआबाद जिंदगी। सुंदर काया देख क्यों तिलमिला उठा, जला दी
Read Moreतुम्हारा आना शाश्वत प्रिय तुम्हारा समय निश्चित है दिल की धड़कन घड़ी की सूईयों की तरह थँम जाएगी रूप, रंग,
Read Moreभले चलो पथरीले पथ पर, साथ हो सचाई का। अडिग निर्भय मन विचलित न हो, तुफां हो बुराई का। सोच
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