हे राम जी! मेरी गुहार सुनो
हे राम जी! मेरी पुकार सुनो एक बार फिर धरा पर आ जाओ धनुष उठाओ प्रत्यंचा चढ़ाओ कलयुग के अपराधियों
Read Moreहे राम जी! मेरी पुकार सुनो एक बार फिर धरा पर आ जाओ धनुष उठाओ प्रत्यंचा चढ़ाओ कलयुग के अपराधियों
Read Moreछब्बीस से सत्ताइस मार्च तक संदेह के बादल छाए रहे आशंकाओं की बयार बहती रही आरोपों के साथ बयान वीरों
Read Moreअपनत्व भाव है भावना है आत्म साधना है, अपनत्व किसी से भी हो सकता है पर हर किसी के लिए
Read Moreचैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होता है विक्रम संवत नव संवत्सर कहलाता है यही
Read Moreआज सुबह सुबह नवरात्रि पर्व पर मंदिर में मां की पूजा आराधना चल रही थी धूप दीप आरती हो रही
Read Moreआदि शक्ति मां के पूजन का अवसर है नवरात्रि का पवित्र पावन सुअवसर है मां के नौ रुपों का पूजन
Read Moreमैं बहुत मगरुर हूं अपने घमंड में चूर हूं नहीं किसी की फ़िक्र मुझे है मैं दिमाग से बहुत दूर
Read Moreआजकल मेरे जीवन की अजीब पहेली है दर्द चिंता आंसुओं में डूबी मेरी सहेली है समझ आता नहीं ये क्यूं
Read Moreमानवीय प्रवृत्तियों में एक प्रवृत्ति क्रोध भी शामिल है, जिसका दर्शन मानव समय,असमय कराता ही रहता है। जैसा कि मानव
Read Moreआज की भागती दौड़ती जिंदगी में हमसे बहुत कुछ छूटता जा रहा है आधुनिकता की चाशनी में हमारा जीवन
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