बीते किस्से
अपनी जिंदगी के कुछ नायाब किस्से मैं सुनाती हूं लोग कहते मुझे पागल , मैं तो कलम कि दीवानी हूं।।
Read Moreअपनी जिंदगी के कुछ नायाब किस्से मैं सुनाती हूं लोग कहते मुझे पागल , मैं तो कलम कि दीवानी हूं।।
Read Moreआज फिर दर्द ने मेरे दिल पर दस्तक दे दी हमें यू ना रुलाओ… मैंने इस दर्द से कह दी ।।
Read Moreआज भी उसी पेड़ की शाख पर वही पंछियों के घरौंदे हम पाए थे।। जो कभी हमनें मिल तूफानों से
Read Moreकाबिल न थे मेरी मोहब्बत के , हमने काबिल तुम्हें बनाया।। रुह से कोई तुम्हें ना चाहा , हमने तो
Read Moreमेरी मोहब्बत कि कद्र , बेकद्र तुम न कर पाए बता हम ही तुझे किताना चाहे।। तेरे कदमों में आए
Read Moreसवाल अकसर बहुत से हमसे कर जाते जज़्बात बताओं तुम कहां से इतने लाते हम तो सुकून से बैठे थे
Read Moreकहते हैं वो मोहब्बत ए परवाने , इस अंजुमन में रखा क्या है तेरे हुस्न दीदार के बिना बता सनम
Read Moreतमन्ना थी कभी खुद को , मैं खूब संवारूंगी सौलह श्रंगार करके , मैं खुद कि ही नज़र उतारूंगी।। आया
Read Moreमेरी तमन्नाओं के कातिल बता तूने हमें वफा क्यों न दी।। कभी मांगा न कुछ तुझसे , फिर भी सज़ा
Read Moreफ़रेब दिया तूने चाहे , रूह में मेरी तू ही समाता है ये दिल तो कायल था, आज भी तुझे
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