तू चल कि तेरी…
तू चल कि तेरी हथेलियों को बहुत से पत्थर निचोडने हैं , तू चल की तेरी बेबसी को बहुत से
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Read Moreशिव शिव बोल बोल जै बम बम बोल बोल जै। शुभ दिन सोमवार है कल कल गंग धार है।। प्रति
Read Moreहमने भी उन चेहरे में सुकून ढूंढ़ लिया जिनका बचपन न जाने कहाँ खो गया है हर रोज उस मासूम
Read Moreज्यों गगन में चान्द चमके बेटी चमके आंगना में बेटिया साडी का आंचल बेटिया आंखों का काजल बेटिया चूडी की
Read More” ———– सफ़र अभी बाक़ी है ” !! हंसी अभी साथी है , सफ़र अभी बाकी है !! टेढ़ी मेढ़ी
Read Moreसच कहूं तो ! श्रृंगार के नाम पर मुझे चुरी, सिंदूर, बिंदी के सिवा कुछ और भाता नहीं नहीं कर
Read Moreजिन्दगी बस रेत है, फिसलती चली गयी। ठहरने की थी आरजू, निकलती चली गयी। ये हवाएं कुछ कम नही, तूफान
Read Moreगूंज रही अम्बर में, भारत मॉ की जय -जय-जयकार | इस पावनभूमि पर राम – कृष्ण ने लिया था अवतार
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