” पाखण्ड “
” पाखण्ड ” भाव जगाना हमको आता , रंग जमाने में क्या जाता ! हाथ हमारे भले कुछ नही ,
Read More” पाखण्ड ” भाव जगाना हमको आता , रंग जमाने में क्या जाता ! हाथ हमारे भले कुछ नही ,
Read More*_वो हुनर कहाँ से लाऊं,अब अपनी माँ कहाँ से लाऊं…….._* मिट्टी से आँगन लीपने का हुनर बस माँ को आता
Read Moreमेरे देश के युवा अब सही रास्तो को खो रहा है। देख के युवाओं की ये हालत,तिरंगा रो रहा है।।
Read Moreममता माँ की पावनी, छाया पिता दुलार। वंश बेल सम्यक प्रकृति, चर्चित बालक प्यार॥ चर्चित बालक प्यार, रार कब करते
Read Moreइन खुली फ़िज़ाओं में जो आज़ाद लहर बहती है वो चीख़-चीख कर हर एक से बस यही कहती है घर-बार,
Read More‘डेंगू निरोधक दिवस’ पर विशेष इधर भी डेंगू उधर भी डेंगू, जिधर भी देखें डेंगू ही डेंगू।
Read Moreआरक्षण की आग देश मे चारों ओर है फैली ना जाने इसने अब तक कितनों की जानें ले ली हर
Read Moreहम स्वाधीनता दिवस की खुशियाँ मनाने निकले हैं। तिरंगे के खातिर हम अपनी जान लुटाने निकले हैं।। सरहद पर सैनिक
Read Moreऐ मेरे मन के दिये तू हौशलों से काम ले, आ रही आंधी इधर खुद को जरा तू थाम ले
Read Moreघनन घनन घिर रही बदरिया नभ पर देखो छाए है रिमझिम रिमझिम बरसे तो मतवाला दिल हो जाये है सावन
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