मायाजाल और अहंकार
प्यारे ‘रईश जावेद’, सादर नमस्कार ! तुम्हारी चित्रकारी अद्भुत थी ! ‘थी’ पर इसलिए जोर है, क्योंकि आजकल ‘मेरी यह
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Read Moreपंजाब के एक केंद्रीय विश्वविद्यालय में एक उच्च पद पर कार्यरत श्री सदानंद चौधरी; जो हिंदी और अंग्रेजी के अच्छे
Read More‘बारिश’ रसीली है या नशीली या दोनों ! इधर बारिश ऐसी रसीली और नशीली होती जा रही कि मिट्टी का
Read Moreपरम आदरणीय मित्र ! मित्रता उम्रसीमा से परे की वस्तुस्थिति है ! मित्रता का अर्थ दैहिक भूगोल का स्पर्श नहीं,
Read Moreसंस्मरण पिताजी की सीख यह जुलाई, सन् 1989 की बात है। पिताजी ने मुझे अपने पास बुलाकर कहा, “बेटा, अब
Read Moreभारत रत्न अब्दुल कलाम चाचू की पुण्य-तिथि पर उन्हें सादर स्मरण ! कई वर्ष पहले विज्ञान को हिंदी माध्यम में
Read Moreहम अपनी दादी को जीया बोलती थे, सारी दादियां एक जैसी ही होती हैं। चलिए, उनकी प्यारी बातें शेयर करते
Read Moreपरिस्थितियाँ समयानुसार बदल जाया करती हैं। यह उक्ति प्रत्येक के व्यक्तिगत जीवन के संदर्भ में फिट बैठती है। अन्यथा सामुदायिक
Read Moreआदरणीय संपादक महोदय/महोदया, सादर प्रणाम ! मैंने सोचा- समाचार प्रकाशित हो गई कि बिहार में दूसरे-तीसरे दिन आ जायेगी ! खैर
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