संस्मरण

बारिश : रसीली और नशीली

‘बारिश’ रसीली है या नशीली या दोनों ! इधर बारिश ऐसी रसीली और नशीली होती जा रही कि मिट्टी का घर गिर गया ! टीन का घर भी चूता है, जहाँ-जहाँ चूता है, माँ उसके नीचे बर्त्तन रखते जाती।

कल की बात है, खाना बन चुकी थी और बारिश शुरू हो गई। माँ ने एक-एक कर सभी बर्त्तन चूने वाली जगह पर रख चुकी थी। अब खाये भी तो कैसे खाएं ?

थाली, ग्लास और लोटा तक चूनेवाली जगह पर थी ! बारिश 11 बजे रात में बंद हुई, तब कहीं खाना खाया । इधर मेरी तकलीफ से दूसरे को क्यों तकलीफ होवे ? विद्यालय पहुँचते ही 500 रुपये का डिमांड किया गया कि सुप्रीम कोर्ट में एक वकील सिर्फ उपस्थिति का 33 लाख लेते हैं !

अभी बहस बाकी है ! इसलिए नियोजित शिक्षकों को और भी चंदे देने होंगे ! एकतरफ 33 लाख का वकील, दूसरी तरफ चूता घर ! किसे चुनूँ ? कोई बताएंगे !

इस दुनिया में जब सभी स्वार्थी हैं, किनसे अपेक्षा रखूं ? किनसे अपनी बात कहूँ ? किनसे आशा पालूँ ? जिसतरह मृत्यु शाश्वत सत्य है, तो क्या स्वार्थपना भी शाश्वत सत्य है ?

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.