छोटी सी ख्वाहिश
शहर की एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाला मुकेश गाँव के एक छोटे से स्कूल में बच्चों को कॉपी
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Read Moreगांव में सभी ओर खुशी की लहर थी। सभी लड़कियों के धैर्य और साहस की तारीफ कर रहे थे। आज
Read Moreसुनीता और उसके पति की आज कोर्ट में आखिरी तारीख थी। दोनों में तलाक होने वाला था। पिछले 6 महीने
Read Moreमिसेज ज्योतिषमा के दो पुत्रियां थी | बहुत अमीर होते हुए भी उसने पुत्रियों को उच्च शिक्षा और सुन्दर संस्कार
Read Moreमाया तेज कदमों से चलकर रास्ता तय कर रही थी, मन में विचारों की उथल-पुथल का आना जाना जारी था।
Read Moreसेठ धनीराम का इकलौता पुत्र एक बार गंभीर बीमार पड़ा । गांव के डॉक्टर मुखर्जी ने उसके बचने की गुंजाइश
Read Moreसुबह से वह भागदौड़ करे जा रही थी। शादी के माहौल में अपने लिए एक पल भी आराम कहाँ था
Read Moreरोज की तरह वह घिसटते घिसटते फिर उसी जगह सड़क के किनारे पर बैठ गया। लोग आते जाते रहे ।
Read Moreरानू ने घर में घुसते ही तिरछी निगाहों से घुरते हुए पिता से कहा,” ऐसे क्या देख रहे हो ?
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