“बज गई शंख”
लघुकथा…… शंख बज गई झिनकू भैया के आँगन में, भौजी के पाँव लाल महावर और भैया की पियरी मने मन
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Read Moreशाम तक शर्मा जी बहुत दुविधा में थे. लेकिन अगली सुबह जब जॉगिंग पार्क से बापस आये तो चेहरे पर बहुत
Read Moreआज कल दूरदर्शन पर जितने मनोरंजन के चैनल हैं उससे कहीं अधिक समाचार के चैनल उपलब्ध हैं। हों भी क्यों
Read Moreधनराज जी अपने बड़े सुपुत्र के लिए लड़की देखने आए हुए थे । मानसी को देखते ही उन्होंने उसे अपने
Read More“तुम्हें हमेशा चाहा वही मिला फिर भी मन में इतना रोष क्यों? ये कैसी पेंटिंग बनाई तुमने,लगा जैसे बेटियाँ आत्मघात
Read Moreआज हरिया बहुत खुश था । आज बड़े दिनों बाद बड़े जुगाड़ से उसकी पदोन्नति हुई थी । उसके साथी
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