क्षणिकाएं
*रंग-रूप* युवती का ऐसा खिला रंग-रूप। जैसे सूरज ने केशर-दूध में घोल दिया हो मुट्ठी भर धूप। *भूख* एक था
Read Moreडॉ. सदानंद पॉल अद्भुत क्षणिकाएँ 1. चक्कूवाले मित्र उन मित्रो की समय रहते पहचान अवश्य कर लीजिए, जो अवसर मिलते
Read More1. शरमाये रो हित ‘रो’ हित ने एक विश्वकप में 5 शतक बनाये, फिर ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड’ बनाकर थोड़ा शर्मा’ये !
Read More1. पदना घोड़ा जो बेपेंदी का लोटा है, ऐसे अ-तटस्थ यानी पेंडुलम टमाटरटाइप लोगों को गाँव में ‘पदना घोड़ा’ कहा
Read More1. परजीवी ऐसे लोग जो प्राय: दूसरे का खाते हैं, कहेंगे- हम मंत्री परिवार से हैं, एमपी एमएलए परिवार से
Read Moreमुझे आश्चर्य इस बात की है कि लेखकों से हिंदी और देवनागरी लिपि की अपेक्षा रखनेवाली एक पत्रिका ने मुझे
Read Moreपटना में सब्जीबाग है, वहाँ न तो सब्जी है, न ही बाग ! फ़ख़्त सब्जबाग के !
Read Moreहर सुबह नए-नए ‘प्रयोग’ लेकर आता है और हर रात नूतन ‘अनुभव’ देकर जाती है !
Read Moreउस दिन वह सूर्यग्रहण देखने गए, पर चाँद को देख आए ! है न बॉयोस्कोप की बातें !
Read Moreदेह का भूगोल भूगर्भशास्त्र नहीं है, इतिहास नहीं है, वह साहित्य हो सकती है और केमिस्ट्री, फिजिक्स और जूलॉजी भी
Read More