मुक्तक/दोहा *महातम मिश्र 29/06/2017 “मुक्तक” भार- 30……. धोखा हुआ उस अभिमन्यु से कौरव कायर विकराली साध सका न ब्यहु रचना को पांडव पुत्र था बलशाली Read More
मुक्तक/दोहा *महातम मिश्र 27/06/2017 “मुक्तक” कुटी मेरी महल मेरा, किराए का नही जानों बनाया हाथ से अपने, सजाया गाँव तुम मानों कहीं गफलत न हो Read More
मुक्तक/दोहा मनोज डागा 27/06/201709/07/2017 मुक्तक सीधी चोट लक्ष्य पे करना काम कविता का ज्यादा को थोड़े में कहना नाम कविता का अच्छे बुरे की कोई Read More
मुक्तक/दोहा मनोज डागा 26/06/201709/07/2017 दोहे महीने भर से ले रहे वो लोगो की जान फिर भी कहते हैं कहो पाक माह रमजान दिखा चाँद तो Read More
मुक्तक/दोहा पीयूष कुमार द्विवेदी 'पूतू' 21/06/2017 मुक्तक रसीला हो बड़ा मीठा फलों का नृप कहाता है। प्रशंसा वो करे खुलकर इसे जो व्यक्ति खाता है। पना-आचार-चटनी-जूस औ’ Read More
मुक्तक/दोहा डॉ. मधु त्रिवेदी 21/06/201721/06/2017 मुक्तक मुक्तक आसमां को छू सकूँगी देखना अब एक दिन चाँद तारों की करूँगी सैर मैं तब एक दिन दूर तक Read More
मुक्तक/दोहा *महातम मिश्र 20/06/2017 “मुक्तक” खुशी मिलती कहाँ कोई बता तो दे ठिकाने को सजा लू ढूंढकर उसको पता तो दे बिराने को उसी की Read More
मुक्तक/दोहा *महातम मिश्र 20/06/2017 “मुक्तक” यहीं पर था सरोवर एक पानी पी गए कौए नए जोड़े मिले थे दो किनारे खो गए हौए बड़े पोखर Read More
मुक्तक/दोहा अशोक बाबू माहौर 20/06/201720/06/2017 दोहे पीपल पाती हाथ में,चुरमुर होती आज रख कलम पूछूँ अब रे,हवा दे गई ताज I दुखिया दुख को ढो रही,सुबह Read More
मुक्तक/दोहा पीयूष कुमार द्विवेदी 'पूतू' 20/06/2017 मुक्तक है खुशी ही खुशी और सब ग़म भगे। गैर आ पास में बन रहे हैं सगे। हर जगह बस Read More