कविता : अश्क बूँद
आंसू क्या है सुप्त अंतस मन की वो छिपी वेदना जिसे कभी अभिव्यक्ति ही नहीं मिली आंसू नमकीन होता है-
Read Moreआंसू क्या है सुप्त अंतस मन की वो छिपी वेदना जिसे कभी अभिव्यक्ति ही नहीं मिली आंसू नमकीन होता है-
Read Moreक्या चाहते हो जिंदिगी से सब कुछ पाना बेहतर क्यों रोते हो इन हालातों पर जो तुम्हारे बस में नहीं
Read Moreउस दिन दरगाह वाले बाबा ने कहा मन्नत का धागा बांध जा, तेरी सब मुरादें पूरी होगी। मन ही मन
Read Moreवक्त यूँ ही चलता है तू अनवरत हर रंग हर मौसम में भीगता .. यूँ ही छोड़ जाता है सब
Read Moreकुछ तो इंतज़ार किया होता तुमने, गिरती,बरसती बूँदों को पत्थरों पर,रोकने से पहले……. बेघर ही कर डाला,इन सूखी , तपती
Read Moreसलमा…. जी हाँ, यही नाम था,उसका ।जब पैदा हुई होगी, तो अम्मी और अब्बू ने बड़े अरमानों से उसे यह
Read Moreकुण्डलिया छंद ********** 1 दुख का कारण ना बनो, दुख में दो सँग साथ । सुख की वजह सदा बनो,
Read Moreप्यार प्यार से बाँधा मुझको पैर पैर से बांधा मुझको हो सकते थे ये भी सबल नजाकत से नापा मुझको
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