अतीत की अनुगूंज -19 : असुरक्षित बचपन और परिणाम
ली एक चुप्पा सा बालक था। सत्र के शुरू में कक्षा में यह सुनिश्चित करना कठिन होता है की कौन सा बच्चा
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Read Moreइस कोरोनाकाल में अपने लंगोटिया यारा ‘संजू’ को जन्मदिवस पर यही शुभकामना दे सकता हूँ कि घर या बाहर सुरक्षित
Read Moreपहले के ज़माने में जिम वगैरे तो थे नहीं। वर्जिस के लिए देशी अखाड़े थे। मामा के गाय का दूध
Read More‘स्वर्ण पदक’ जीतने पर शुभकामना —-‘मरियप्पन थंगवेलु’ सर, लेकिन इसबार के ‘राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार ‘ के असली हक़दार
Read Moreदेश के सबसे बड़े अस्पताल All India Institute of Medical Science, New Delhi में भी दोनों पुस्तक ‘पूर्वांचल की लोकगाथा
Read Moreबीपीएससी की 63वीं संयुक्त प्रारम्भिक प्रतियोगिता परीक्षा (PT), जो गत वर्ष 1 जुलाई को हुई थी– में सभी सफल प्रतिभागियों
Read Moreमहर्षि मेंहीं की सुखद और मोक्षद कृति ‘सत्संग योग’ पढ़िए और योग कीजिए। कोई भी ‘संत’ स्थान, धर्म और काल
Read Moreप्रवेशिका अध्ययन के क्रम में पिता के असामयिक निधन पर 6 भाई बहनों में 3 भाइयों के ये परिवार टूट
Read Moreमेरे नानाजी गीत संगीतकार थे. चैतन्य महाप्रभु के शुरू किये गये बांग्ला संकीर्तन मंडली के 19 वीं सदी के उत्तरार्द्ध
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