यमलोक में मृत्यु भोज
तपती दुपहरी में अभी-अभी यमराज मेरे पास आयापसीने से तर-बतर यमराज को मैंने प्यार से बैठायाए. सी.- कूलर साथ-साथ चलायातब
Read Moreतपती दुपहरी में अभी-अभी यमराज मेरे पास आयापसीने से तर-बतर यमराज को मैंने प्यार से बैठायाए. सी.- कूलर साथ-साथ चलायातब
Read Moreदोहा मुक्तक मंगलमय मंगल करो, पवनपुत्र हनुमान।चाहे जैसे भी करो, बदलो भले विधान।हाथ जोड़ विनती करूँ, खड़ा आपके द्वार।सबसे पहले
Read Moreचिलचिलाती धूप में भागा-भागायमराज सीधा मेरे कमरे में आया,मैं सो रहा था -झिंझोड़ कर जगाया और कहने लगावाह हहहहहहह प्रभु!
Read More🌹मुस्कान अधर पर खिलती है🌹 संतुलन समझ गतिविधि विचार, की पूर्ण चाँदनी खिलती है |भावों के गहन सिंधु में तब,उत्ताल
Read Moreजमीन का एक टुकड़ा खरीदकर खुद को इतना ख़ुश समझ रहा है जैसे यह ता जिंदगी मेरा ही रहेगा न
Read Moreउफ! ये गलतफहमियाँ******************गलतफहमियों के हाथ पाँव नहीं होतेये हमारे आपके मन की उपज होते हैं।जब कभी हम उद्वेलित हो जाते
Read Moreअटल जी सिर्फ अटल नहीं अजातशत्रु भी थेनीति नियम सिद्धांतों के पुरोधा थे,राजनेता, कुशल वक्ता, पत्रकार, संपादक संवेदनशील कवि हृदय,सादा, सरल,
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