हाइकू – बसंत ऋतु
बसंत ऋतु मौसम अलबेला लगे सुहाना बसंती हवा मचलता है मन हो मदमस्त| — निवेदिता चतुर्वेदी ‘निव्या’
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Read Moreगिद्ध नज़र मौत का सौदागर लहू लुहान मेरी ज़ुबानी दहशती बोलियाँ लहू कहानी आतंकवाद दरिंदगी का नाम खूनी शैतान अश्क
Read Moreसत्रह वर्ण जापान का साहित्य हायकू विधा । =============== तीन पंक्तियाँ पाँच सात औ पाँच पूरित भाव । ================= भाव
Read Moreहाइकु:- 01 – नोट बन्दी ने तन- मन हैं खोले – कितनों के ही । 02 – चिल्ला चिल्ला के
Read Moreसाल 2017 पर पांच हाइकु 01 – नया है साल पहले से बेहाल मना किसका 02 – तिथि बदल थोड़ा
Read Moreकिसी समय दे गई एहसास अपनत्व का। • कई नजरों से फिसलती हुई मेरी नजर। • एक जगह चेहरे पर
Read Moreपांच हाइकु:- 01- वाणी है तीव्र श्रवणेन्द्रियां मौन समझे कौन। 02- कहती धरा गूंजता है आकाश वह बहरे। 03ः- कल्पना
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