बाल कविता – छोटकू
बड़का भैया गए मेला सज-धज तैयार, संग-संग भाभी जी हैं लेगी एक हार। छोटकू रह गया घर ही, पापा
Read Moreबड़का भैया गए मेला सज-धज तैयार, संग-संग भाभी जी हैं लेगी एक हार। छोटकू रह गया घर ही, पापा
Read Moreमत भूलो तुम उस बापू को, महात्मा गांधीजी नाम था। सत्य-अहिंसा ही धर्म उनका, देश की आजादी काम था।
Read Moreलम्पू खरगोश ने स्कूल से लौटते ही बस्ता एक ओर पटका और अपने कमरे में जाकर मुँह लटका के बैठ
Read Moreसेवा करना सदा सभी की, तुमने ही सिखलाया बापू। दीन जनों को गले लगाना, तुमने ही सिखलाया बापू॥ बुरा न
Read Moreएक प्रतिज्ञा आज करें हम, मिलकर कदम बढ़ाएंगे, कड़वे सच से दूर रहें हम, झूठ कभी नहीं मुख से बोलें.
Read Moreप्रिय बच्चो, जय हिंद, कविता लिखना सीखने के इस क्रम में हम आपको अनेक विषयों पर कविता लिखना सिखाते हैं.
Read More(१) हम सब तुमका भेद मिटाने आपसी कटुता भाव भगाने पथ-पथ प्रीत दीप सॅंजाने फिर आ गई है दीवाली। सदा
Read Moreकैलाश ने मां की स्मृति में बालिका स्कूल में स्टेशनरी वितरित कर दी। संचालक मेडम ने जब छात्राओं को कैलाश
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